Vedic Maths Forum विभिन्न सरकारी परियोजनाओं से जुड़ा हुआ है
गणित के भय को दूर करने के लिए वैदिक मैथ फोरम कई सरकारी सहायता प्राप्त परियोजनाओं में कार्य कर रहा है। दुनिया भर की सरकारें और शिक्षा विभाग वर्षों से गणित पढ़ाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। दुनिया भर में गणित कौशल के स्तर में कमी आ रही है क्योंकि छात्र और शिक्षक गणित को बुनियादी स्तर पर पढ़ाने के तरीके बताते हैं।
साल-दर-साल छात्रों के गणित विषय में प्रदर्शन में गिरावट दर्ज होती जा रही है, स्पष्ट है कि गणित सिखाने की पारंपरिक प्रणाली असफल होती रही है, यही कारण है कि संस्थान, और गणित विभाग, गणित सीखने के वैकल्पिक तरीकों की तलाश करते रहते हैं ।
इस संदर्भ में भारत की वैदिक गणित की दिमागी गणित प्रणाली उपयुक्त है, क्योंकि इससे विद्यार्थियों की गणित के स्तर में निश्चित तौर पर वृद्धि होती है, और उन्हें गणित दिलचस्प लगने लगती है।
वैदिक मैथ फोरम इंडिया ने वर्ष 2010 में दक्षिण अफ्रीका में क्वाज़ूलू नटाल प्रांत के शिक्षा विभाग के सहयोग से अपना पहला पायलट प्रोजेक्ट किया।
हमने दक्षिण अफ्रीका के दो स्कूलों में छात्रों को वैदिक गणित का प्रशिक्षण दिया और प्रशिक्षण के पहले और बाद में लिए गए आधार भूत परीक्षण में सुखद परिणाम देखने को मिले।
तत्पश्चात हमारे द्वारा कुछ अद्भुत अवलोकन किए गए और इसकी सूचना शिक्षा विभाग को भी दी गयी। उन्होने पाया कि वैदिक गणित की विधियों के प्रयोग से परिणाम में कुल 40% बढ़ोत्तरी हुई है।
भारत सरकार के समग्र शिक्षा अभियान 2020 के अधीन वैदिक मैथ फोरम इंडिया ने वैदिक गणित में 7000 से अधिक छात्रों को प्रशिक्षण दिया। यह कार्य सिलवासा में वहाँ के शिक्षा विभाग की भागीदारी से किया गया। वैदिक गणित के प्रशिक्षण के पहले और बाद में किए गए आधारभूत परीक्षण में प्रशिक्षण के बाद गणित को पसंद करने वाले छात्रों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गयी।
वैदिक गणित, भारत सरकार के समग्र शिक्षा अभियान 2020 के तहत मणिपुर भी पहुंचा। मणिपुर में हमने गणित के अध्यापकों को वैदिक गणित के सिस्टम से परिचित कराया और उन्हे प्रशिक्षित भी किया, जिसको सभी ने बहुत अधिक पसंद किया और इसकी खूब सराहना भी की।
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